मति गई मारी मति गई मारी
मेरे सेंटा मेरे पापा साथ हर दिन निभाते हैं रात हो या दिन मेरी हर मुस्कराहट की खातिर मेरे सेंटा मेरे पापा साथ हर दिन निभाते हैं रात हो या दिन मेरी हर मुस्कर...
भोले शंकर जपे निरंतर। ओम-ओम की ध्वनि से।। भोले शंकर जपे निरंतर। ओम-ओम की ध्वनि से।।
बिना सादगीवाले सदा रोते हैं भोले खुदा की रहमत पाते हैं। बिना सादगीवाले सदा रोते हैं भोले खुदा की रहमत पाते हैं।
भोले बाबा शंकर निराला नीलकंठ माथे चांद्र बिराजा। भोले बाबा शंकर निराला नीलकंठ माथे चांद्र बिराजा।
बाँस की हँस कर दोहरी होती टहनियाँ,जब बाँसुरी बन सजती हैं,कहती हैं व्यथा बिछोह की,किसी गडरिये के होठो... बाँस की हँस कर दोहरी होती टहनियाँ,जब बाँसुरी बन सजती हैं,कहती हैं व्यथा बिछोह की...